सच्चा मुसलमान वो है जो अपने मजहब के उसूलो को माने
महताब पठान
गाय चौपायो चार पैरो वाले पशूओ की सरदार है कुरान
गाय के दुध मे सिफा है (दवा) है और गोमांस मे बिमारी है नबी ﷺ खुदा के पास खून और गोश्त नही पहुंचता बल्कि कुर्बानी करने वाले की नियत क्या है उस हिसाब से अल्लाह त्ताला अज्र देता है खुदा के रास्ते मे कुर्बानी करते समय यह ध्यान रखना जरूरी है हमारी वजह से दुसरे मजहब के लोगो को कोई परेशानी तो नही हो रही है हमारे नबी ﷺ ने खुद कहा है गौहत्या के खिलाफ कयामत के दिन मे खुद गवाही दूंगा फिर भी कुछ ना समझ लोग जो दीन की समझ नही रखते वो लोग अपनी मनमानी कर रहे है हमारे नबी ﷺ की ना फरमानी कर रहे है जब की हमारे उलेमा बार बार मना कर रहे है गाय की कुर्बानी ना करे हमे इस बात की भी इजाजत नही है हमारा पड़ोसी चाहे उसका मजहब कुछ भी हो अगर वो हमारी वजह से दुखी है तो हम पर नबी और अल्लाह की लानत है हमारा मजहब कहता है जिस मुल्क मे रहते हो उस मुल्क का शरियत मे दखल के अलावा सभी कानून मानना भी आधा इमान है
फिर हम क्यू यह गुनाह कमा रहे है क्यू हम नबी और खुदा की ना फरमानी कर रहे है जब बिल्कुल साफ साफ हमारे नबी ﷺ ने बता दिया कि वो काम बिल्कुल मत करो जो हमारे गैर मुस्लिम भाईयो की आस्था से जुड़ा हो हमारी सरकार को गाय को राष्ट्रीय पशू घोषित कर गौहत्या करने वालो के लिए फांसी जरुरी करनी चाहिए गाय पर राजनीति ना हो यह आस्था का मामला है
जय हिंद