लखनऊ, (वेबवार्ता)। लॉकडाउन के बीच अलीगढ़ में फंसे बिहार के 109 मजदूरों को कोल्ड स्टोरेज का ट्रक ड्राइवर चोरी छिपे बिहार ले जा रहा था। लखनऊ के गंगागंज बार्डर पर गोसाईंगंज पुलिस ने चेकिंग के लिए ट्रक को रोक लिया। छानबीन के दौरान ट्रक के पिछले हिस्से में मजदूर मिले। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ते देख गोसाईंगंज पुलिस भी सन्न रह गई। ड्राइवर को गिरफ्तार कर मजदूरों को मोहनलालगंज स्थित क्वारंटीन हाउस भेजा गया।
इंस्पेटर धीरेंद्र प्रताप कुशवाहा ने बताया कि बिहार जा रहे मजदूर अलीगढ़ के केके कोल्ड स्टोरेज में काम करते हैं। लॉकडाउन होने के कारण कोल्ड स्टोरेज बंद था। ऐसे में कोल्ड स्टोरेज मालिक ने मजदूरों को जल्द से जल्द उसकी जगह खाली करने का फरमान सुनाया था। वहीं, दूसरे शहर में भोजन नहीं मिलने और नौकरी छूटने के कराण मजदूर घर लौटने को विवश हो गए। उन्हें बिहार तक पहुंचाने के लिए कोल्ड स्टोरेज मालिक ने प्रति व्यक्ति 1500 रुपए लिए थे।
साथ ही ट्रक मालिक इटावा निवासी बबलू खान और ड्राइवर गुड्डू को इस बारे में पूरी जानकारी थी। इस आधार पर कोल्ड स्टोरेज मालिक, बबलू खान और गुड्डू के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, गुड्डू को गिरफ्तार कर ट्रकजब्त किया गया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि बिहार जा रहे मजदूरो को मोहनलालगंज स्थित राधास्वामी सत्संग भवन में बने क्वारंटिन हाउस भेजा गया है।
कई जिलों की सीमाएं की पार, नहीं हुई चेकिंग
मजदूरों को ले जा रहे ट्रक ड्राइवर गुड्डू ने बताया कि आवश्यक सामान की आपूर्ति से जुड़ा पास लगा होने के कारण उसे कभी भी चेकिंग के लिए नहीं रोका गया था। साथ ही शहर की सीमा में दाखिल होते हुए भी चेकिंग नहीं की गई। गुड्डू ने यह भी बताया कि केके कोल्ड स्टोरेज मालिक ने भारत सरकार के सचिव द्वारा जारी हुआ पास ट्रक पर लगवाया था। इंस्पेकटर का कहना है कि यह पास फर्जी तरीके से तैयार किया गया है। साथ ही ट्रक पर जाली नम्बर प्लेट भी लगाई गई थी।
घर पहुंचने के फेर में जमापूंजी भी गंवा दी
मजदूरों ने पुलिस को बताया कि वह लोग कोल्ड स्टोरेज में आलू लादने का काम करते थे। लॉकडाउन होने के बाद से मालिक ने उनकी सुध नहीं ली। किसी तरह वह लोग खाना जुटा रहे थे। इस बीच कोल्ड स्टोरेज मालिक ने लॉकडाउन बढ़ने की बात कही। मजदूरों ने पुलिस को बताया कि वह लोग दिक्कत में होने के बाद भी अलीगढ़ नहीं छोड़ना चाहते थे। लेकिन कोल्ड स्टोरेज मालिक ने विवश कर दिया। साथ ही हमारी जमापूंजी में से 1500रुपए भी ले लिए। इंस्पेक्टर गोसाईंगंज धीरेंद्र प्रताप कुशवाहा ने बताया कि मजदूरों ने कोल्ड स्टोरेज मालिक का मोबाइल नम्बर दिया था। जो स्विच ऑफ है