सड़क बंद करने को लेकर गाजियाबाद व गौतमबुद्ध नगर पुलिस आमने-सामने

 


ग्रेटर नोएडा, (वेबवार्ता)। लॉकडाउन के दौरान सड़क बंद करने को लेकर गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर पुलिस आमने-सामने हो गई है। पहले गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा आने वाले चिपियाना-लालकुआं बार्डर का रास्ता पत्थर लगाकर गाजियाबाद पुलिस-प्रशासन ने बंद किया, फिर गौतमबुद्ध नगर पुलिस प्रशासन की ओर से ग्रेटर नॉएडा से तिगड़ी के रास्ते गाजियाबाद जाने वाला मार्ग बंद कर दिया गया।


 


लोग विपरीत दिशा में चलने को मजबूर हो गए। दोनों जिले के लोगों को इससे समस्या हो रही है। वही ग्रेटर नोएडा पुलिस का दावा है कि उद्योग चालू करने के लिए दी गई छूट के तहत अंतर जनपदीय मूवमेंट न हो, इसलिए यह कार्रवाई की गई है।


 


दरअसल, गाजियाबाद जिला ऑरेंज और गौतमबुद्ध नगर रेड जोन में है। दोनों जिले की सीमाओं पर पुलिस ने अपनी-अपनी तरफ से कार्रवाई की है। इस कार्रवाई से समस्या जनता को रही है। गाजियाबाद पुलिस की ओर से जीटी रोड चिपियाना-लालकुआं बार्डर को बंद कर दिया गया, क्योंकि लालकुआं पर बार-बार लोग एकत्र हो जाते थे।


 


कोरोना संकट से निपटने के लिए लगाए गए लॉकडाउन ने दिहाड़ी मजदूरों, रेहड़ी दुकानदारों की रोजी रोटी छिन ली है। उनके सामने उत्पन्न भोजन की समस्या के समाधान के लिए अनुग्रह दृष्टिदान संस्था ने भी हाथ बढ़ाया है। संस्था की ओर से लॉकडाउन 1 में 15 हजार फूड पैकेट वितरीत किए गए। वहीं, लॉक डाउन 2 में 38 हजार फूड पैकेट बांटे गए। संस्था के अध्यक्ष डॉ. जोहरी लाल ने बताया कि प्रधानमंत्री व प्रशासन की अपील के बाद उन्होंने पहल करते हुए ऐसे परिवारों को निश्शुल्क फूड पैकेट उपलब्ध कराने का फैसला लिया था, जिनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है। फूड पैकेट बांटने के दौरान सफाई एवं शारीरिक दूरी का पूरा ध्यान रखा जाता है। साथ ही सभी को मास्क पहनकर बाहर निकलने की महत्ता को भी समझाया जा रहा है।